टॉप कबड्डी: 2018 मे कबड्डी के कुछ यादगार लहमे।

आज 2018 का आखिरी दिन (31 दिसम्बर). इस साल में कबड्डी के बहुत नई दिन आये, कबड्डी खेल ने नई ऊँचाई हासिल कीये। इंडिया के अलावा इरान और कोरिया टीम ने कबड्डी में बड़े मुकाम हासिल किए। पहिली बार दुबई में हूवी कबड्डी मास्टर प्रतियोगिता में इंडिया ने जीत लिई। 2018 है कुछ कबड्डी लहमे पर एक नजर डालते है।

11 साल बाद महाराष्ट्र बने चैंपियन- 2018 के शुरुआत में ही हैदराबाद में कबड्डी की राष्ट्रीय चैंपियनशीप थी। राष्ट्रीय चैंपियनशिप में महाराष्ट्र पुरुषों के टीम ने सेनादल को अंतिम मुकाबले में हारकर 11 साल बाद राष्ट्रीय कबड्डी चैंपियनशिप जीती।

कबड्डी मास्टर्स दुबई– पहिली बार कबड्डी में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 6 टीमो की प्रतियोगिता दुबई में हुवी। इस प्रतियोगिता में इंडिया ने इरान को हराकर जीती कबड्डी मास्टर्स की टूर्नामेंट.

इरान ने जीता एशियन गेम्स गोल्ड- जकार्ता इंडोनिशिया में हुवे 18 वे एशियन गेम्स में पहिली बार ईरान के टीम ने जीता गोल्ड मेडल। इरान के पुरुषों के टीम ने अंतिम मुलाबले में साउथ कोरिया को हराकर जीता गोल्ड। और महिलाओं के टीम ने इंडिया को हराकर जीता गोल्ड मेडल। ये अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कबड्डी का सबसे बड़ा लहमे से एक लहमा था।

पहिली बार हरी टीम इंडिया- एशियन गेम्स में पहिली बार इंडिया साउथ कोरिया से टीम इंडिया को हार मिली। सेमी फायनल में इरान से मिली हार से पहिली बार इंडिया गोल्ड मेडल नही जीत पाया। इंडिया के महिला टीम भी पहिली बार कबड्डी मुकाबला हार गई। महिला टीम को सिल्वर मेडल पर सतुंष्ट होना पड़ा।

अनूप कुमार ने लिया सन्यास- साल के आखिर में कप्तान कूल अनूप कुमार ने कबड्डी से लिया सन्यास। कबड्डी में कई उपलब्धि या हासिल करने वाले भारत के पूर्व कप्तान अनूप कुमार ने कबड्डी को अलविदा कहा।

2018 का ये साल भारतीय कबड्डी के लिए “कभी खुशी कभी कम” ऐसा रहा। साल के आखिर में प्रो कबड्डी से कुछ नए उभरते हुए सितारे भी मिले। सिद्धार्थ देसाई, पवन कुमार, नवीन कुमार, नितेश कुमार ऐसे नये खिलाड़ी कबड्डी को मिले।